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New Year Message 2025




As the year 2025 AD approaches, people look ahead with a lot of expectations for a better time. Some dream about the future course of events with hopefulness; some review the last year with a sense of gratitude or remorse depending on how it passed by.


Nevertheless, dreams never cease to flash in our minds. Even in the worst times of life, our dreams, and imagination bring us a sense of positivity for the future.


There are a very few people, who can say that most of their dreams in life have been fulfilled; and then there are some for whom only a few dreams have been fulfilled. However, there are many whose dreams have never come true. We define such situations in life as fortunate or unfortunate. We are sympathetic towards those whose dreams remain unfulfilled and render them help which we can afford. Such help might fulfil their needs but not their dreams.


The Sadgurus, unlike us, not only render necessary help to the needy but also try to fulfil their dreams, with kindness and empathy. At times, in the desperate ones, they sow seeds of hope, nourish it, and help it grow to its fulfilment, so much so that even the uneducated become brilliant and the dumb speak out aloud. There are umpteen examples in the history of religion and spiritualism to prove this.


Be it Shama the school teacher, Buty the millionaire, Kaka Saheb Dixit, the famous solicitor or Radhakrishna Ayi, the widow whose dream of a married life was shattered, Baba fulfilled everyone’s dream in some way or the other.


As devotees of Shri Sai Baba of Shirdi, we should not only pray for the fulfilment of our dreams during the coming year but also for the poor, destitute, and needy segments of society.  Let us try to become agents of Sadguru Shri Sainath Maharaj and fulfil the dreams of others in the coming year.

 

Dr C. B. Satpathy

Gurugram




 

नव वर्ष संदेश 2025


जैसे-जैसे वर्ष 2025 ई. करीब आ रहा है, लोग एक बेहतर समय के लिए बहुत अधिक आशाओं के साथ आगे की ओर देख रहे हैं। कुछ लोग भविष्य की घटनाओं के बारे में आशाओं से भरे हुए स्वप्न देखते हैं, कुछ लोग गत वर्ष का पुनरावलोकन कृतज्ञता या पछतावे के साथ करते हैं, जो इस पर निर्भर करता है कि वह कैसे बीता।


फिर भी, हमारे मन में सपने आने कभी बंद नहीं होते हैं। यहाँ तक की जीवन के सबसे बुरे समय में भी हमारे सपने और कल्पनाएँ भविष्य के लिए हममें एक सकारात्मकता की भावना लाती हैं।


ऐसे बहुत कम लोग हैं, जो यह कह सकते हैं कि जीवन में उनके अधिकांश सपने साकार हो गए हैं और फिर कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिनके केवल कुछ ही सपने पूरे हुए हैं। हालाँकि, ऐसे भी बहुत से लोग हैं, जिनके सपने कभी भी साकार नहीं हुए। जीवन में ऐसी स्थितियों को हम सौभाग्यशाली या दुर्भाग्यशाली के रूप में परिभाषित करते हैं। हम उन लोगों के प्रति सहानुभूति रखते हैं, जिनके स्वप्न अधूरे रह जाते हैं और यथा-संभव उनकी सहायता करते हैं। ऐसी सहायता भले ही उनकी जरूरतों को पूरा कर दे, किंतु उनके सपनों को नहीं।


सद्गुरु, हमसे भिन्न, न केवल ज़रूरतमंदों को आवश्यक सहायता प्रदान करते हैं, बल्कि वे दया और समानुभूति के साथ उनके सपनों को भी पूरा करने का प्रयास करते हैं। कभी-कभी वे निराश लोगों में आशा के बीज बोते हैं, उसका पोषण करते हैं और उसके पूरे होने तक बढ़ने में सहायता करते हैं, इतनी अधिक कि, अशिक्षित भी प्रतिभावान हो जाते हैं और गूँगा भी ऊँची आवाज़ में बोलने लगता है। इसे प्रमाणित करने के लिए धर्म और अध्यात्मवाद के इतिहास में ऐसे अनगिनत उदाहरण हैं।


चाहे वे स्कूल-अध्यापक शामा, करोड़पति बुटी, प्रसिद्ध वकील काकासाहेब दीक्षित हों या राधाकृष्ण आई हों, वह विधवा जिनके वैवाहिक जीवन का सपना चूर-चूर हो गया था, बाबा ने किसी न किसी प्रकार से सभी के सपनों को पूरा किया।


शिरडी के श्री साईं बाबा के भक्तों के रूप में, हमें आने वाले वर्ष के दौरान न केवल अपने बल्कि समाज के गरीब, बेसहारा और ज़रूरतमंद तबके के सपनों को भी पूरा करने के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। आइए, हम सद्गुरु श्री साईं नाथ महाराज का माध्यम बनने का प्रयास करें और आने वाले वर्ष में दूसरों के सपनों को पूरा करें।


डॉ. सी. बी. सतपथी

गुरुग्राम


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Jai Shri Gurudev Jai Shri Sai. Sadar Charan Sparsh Pranaam Baba. We pray to You Baba to Bless us to follow your message honestly, practically in our daily routine. Shat Shat Naman. Sadar Charan Sparsh Pranaam.

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